राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, उ0प्र0, लखनऊ।
मौखिक
अपील सं0-९११/२०११
(जिला मंच, उन्नाव द्वारा परिवाद सं0-६८/२००८ में पारित निर्णय एवं आदेश दिनांक १५-०४-२०११ के विरूद्ध)
पवन कुमार सोनी पुत्र श्री शिव दास सोनी, निवासी १३३/६४, जूही, हमीरपुर रोड, कानपुर।
............. अपीलार्थी/परिवादी।
बनाम्
उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण, (Previous Add.- Office UDA), सिविल लाइन्स उन्नाव, वर्तमान पता मोती नगर, जिला उन्नाव द्वारा सचिव। ............. प्रत्यर्थी/विपक्षी।
समक्ष:-
१. मा0 श्री उदय शंकर अवस्थी, पीठासीन सदस्य।
२. मा0 श्री महेश चन्द, सदस्य।
अपीलार्थी की ओर से उपस्थित :- श्री अरविन्द तिलहरी विद्वान अधिवक्ता।
प्रत्यर्थी की ओर से उपस्थित :- श्री आलोक रंजन विद्वान अधिवक्ता।
दिनांक : २८-०१-२०१६.
मा0 श्री उदय शंकर अवस्थी, पीठासीन सदस्य द्वारा उदघोषित
निर्णय
आज यह पत्रावली प्रस्तुत हुई। अपीलार्थी की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री अरविन्द तिलहरी तथा प्रत्यर्थी की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री आलोक रंजन उपस्थित हैं। उभय पक्ष के तर्क सुने गये। पत्रावली का अवलोकन किया गया।
यह अपील, जिला मंच, उन्नाव द्वारा परिवाद सं0-६८/२००८ में पारित निर्णय एवं आदेश दिनांक १५-०४-२०११ के विरूद्ध योजित की गयी है। इस निर्णय के अन्तर्गत परिवादी का परिवाद जिला मंच द्वारा निरस्त किया गया। इसी निर्णय से क्षुब्ध होकर यह अपील योजित की गयी है।
अपीलार्थी के विद्वान अधिवक्ता श्री अरविन्द तिलहरी द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिनांकित १५-०९-२०१५ इस आशय का प्रस्तुत किया गया कि अपीलार्थी, विपक्षी के यहॉं अपनी जमा की गयी धनराशि, ०९ प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित प्राप्त करने पर सहमत है। अधिवक्ता प्रत्यर्थी श्री आलोक रंजन ने उपरोक्तानुसार अपीलार्थी द्वारा जमा की गयी धनराशि की अदायगी पर
-२-
सहमति व्यक्त की तथा इस सन्दर्भ में अपीलार्थी द्वारा प्रस्तुत किए गये उपरोक्त प्रार्थना पत्र पर अपना पृष्ठांकन भी अंकित किया। अत: यह अपील, अपीलार्थी द्वारा प्रस्तुत किए गये उपरोक्त प्रार्थना पत्र दिनांकित १५-०९-२०१५ की शर्तों के अनुसार निस्तारित की जाती है। यह प्रार्थना पत्र इस आदेश का भाग होगा।
उभय पक्ष इस अपील का व्यय-भार अपना-अपना स्वयं वहन करेंगे।
उभय पक्ष को इस निर्णय की प्रमाणित प्रतिलिपि नियमानुसार उपलब्ध करायी जाय।
(उदय शंकर अवस्थी)
पीठासीन सदस्य
(महेश चन्द)
सदस्य
प्रमोद कुमार
वैय0सहा0ग्रेड-१,
कोर्ट-५.