(मौखिक)
परिवाद सं0- 120/2015
श्रीमती पूनम गहनी बनाम मै0 हेराल्ड लिंक प्रा0लि0 व अन्य
25.10.2019
परिवादिनी श्रीमती पूनम गहनी की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादिनी की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादिनी के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादिनी अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहती है।
परिवादिनी के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादिनी द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादिनी द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 137/2015
सतपाल सिंह व अन्य बनाम रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादीगण की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादीगण के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादीगण अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहते हैं।
परिवादीगण के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादीगण द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 142/2015
पंकज जैन व अन्य बनाम रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादीगण की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादीगण के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादीगण अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहते हैं।
परिवादीगण के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादीगण द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 143/2015
अनूप कुमार श्रीवास्तव व अन्य बनाम मे0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादीगण की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादीगण के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादीगण अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहते हैं।
परिवादीगण के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादीगण द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 158/2015
श्रीमती रीना सान्याल व अन्य बनाम मै0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादिनी की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादिनी की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादिनी के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादिनी अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहती है।
परिवादिनी के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादिनी द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादिनी द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 163/2015
रवीश सोनी व अन्य बनाम मै0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादीगण की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादीगण के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादीगण अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहते हैं।
परिवादीगण के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादीगण द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 178/2015
डॉ0 अमरेन्द्र कुमार बनाम मै0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादी डॉ0 अमरेन्द्र कुमार की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादी की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादी के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादी अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहता है।
परिवादी के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादी द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादी द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 179/2015
बलवीर सिंह बनाम मै0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादी की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादी की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादी के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादी अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहता है।
परिवादी के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादी द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादी द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 180/2015
श्रीमती सुभांगी सिंह व अन्य बनाम मै0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादीगण की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादीगण के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादीगण अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहते हैं।
परिवादीगण के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादीगण द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1
(मौखिक)
परिवाद सं0- 206/2015
श्रीमती पंकज कुलश्रेष्ठ व अन्य बनाम मै0 रोहतास प्रोजेक्ट्स लि0 व अन्य
दिनांक:- 25.10.2019
परिवादीगण की ओर से परिवाद पत्र वापस लिये जाने हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है जो आज सुनवाई हेतु सूचीबद्ध किया गया है। परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री शशांक शेखर उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 1 की ओर से विद्वान अधिवक्ता श्री राजेश चड्ढा के सहयोगी श्री सतीश चन्द्र श्रीवास्तव उपस्थित आये। विपक्षी सं0- 2 करुणेश अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित आये। आवेदन पत्र में कहा गया है कि परिवाद सं0- 920171048 Secretary, Rohtas Hampton Court Apartment Owners Associations Vs. Rohtas Project Limited and other में रेरा द्वारा पारित कंसिलेशन ऑर्डर के अनुक्रम में विपक्षीगण, परिवादीगण के पक्ष में बैनामा करने को तैयार हैं। अत: परिवादीगण अपना परिवाद पत्र वापस लेना चाहते हैं।
परिवादीगण के विद्वान अधिवक्ता ने आवेदन पत्र के उपरोक्त कथन का समर्थन मौखिक रूप से भी किया।
विपक्षीगण ने भी उपरोक्त कंसिलेशन ऑर्डर का समर्थन किया।
उभय पक्ष के कथन एवं उपरोक्त आवेदन पत्र पर विचार करते हुए परिवादीगण द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र स्वीकार किया जाता है और परिवादीगण द्वारा परिवाद पत्र वापस लिये जाने के आधार पर परिवाद उपरोक्त प्रकार से निस्तारित किया जाता है।
(न्यायमूर्ति अख्तर हुसैन खान)
अध्यक्ष
शेर सिंह, आशु0,
कोर्ट नं0- 1